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मेरा दोस्त – मेरा धैर्य

मेरा दोस्त मेरा धैर्य

जिंदगी में जब मुश्किलों का नाम आया , मेरे दोस्त तू हर कदम पर काम आया

आज भी आती है हर पल याद तेरी , हर समय रहती है मन में बात तेरी

छिपा है तूं मित बनकर हर एक इन्सान में , काम आता है सदा मुश्किलों भरे तूफ़ान में

इतिहास साक्षी है हर अनुपम योगदान का , आगे बढ़े संसार में हर कर्मवीर इन्सान का

हर असंभव कार्य संभव दिखते आज उदित होकर, लड़खड़ाता पैर संभाला तेरा ही सहारा पाकर

वीरों को सदा धैर्य का ही काम है, धैर्य कुछ और नहीं, ईश्वर का दूसरा नाम है

           ---अभिषेक चतुर्वेदी 'अभि'----

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